Tuesday, May 24, 2011

संदीप-मोनिका ने कन्याओं को बचाने के लिए लिया आठवां फेरा


May 09,2011 07:56 pm
भिवानी, जागरण संवाद केंद्र। घुड़चढ़ी कर नई इबारत लिखने वाली खापड़वास की मोनिका बृहस्पतिवार को भारीवास निवासी संदीप के साथ आठ फेरे लेकर उसकी जीवन संगिनी बन गई।
मोनिका और संदीप ने बृहस्पतिवार, 5 मई को अग्नि को साक्षी मानकर हिंदू रीति-रिवाज में बताए गए सात फेरे और कसमें पूरी करने के बाद एक और अतिरिक्त फेरा तांबे के पवित्र लोटे में गंगाजल डाल लोटे को हाथ में लेकर एक फेरा और लेते हुए संकल्प लिया कि वे जीवन पर्यन्त कन्या भ्रूण हत्या नहीं होने देंगे। उन्हें ईश्वर चाहे लड़का दे या लड़की, वे उसे स्वीकार करेंगे और कभी भी लिंग जांच नहीं करवाएंगे।
आठवां फेरा बेटी बचाओ अभियान अगवा रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर ने दिलाया। पवित्र तांबे के लोटे में गंगाजल डाल संकल्प लेने वाले दूल्हे संदीप ने कहा कि कन्याओं को बचाने के लिए आठवें फेरा दिलाने की अगुवाई करने वालों की आवश्यकता है।
शादी में शामिल संदीप के दादा ने भी बेटियों को बचाने के लिए शुरू की गई मुहिम को एक सामाजिक मुहिम का दर्जा देते हुए कहा कि नई पीढ़ी को इस ओर कदम बढ़ाते हुए शादी के मंडप पर संकल्प लेना चाहिए कि बेटियों की रक्षा के साथ-साथ वे वृद्ध लोगों को भी अपने साथ रखेंगे।


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